*?गाडगे महाराज के पैतृक गांव (शेंडग़ांव, अमरावती, महाराष्ट्र) में आयोजित ऐतिहासिक जयंती समारोह ?*
डेबूजी यूथ ब्रिगेड का शानदार आयोजन
ऐतिहासिक संत गाडगे महाराज की 144वीं जयंती के अवसर पर दिनांक 23 फरवरी, 2020 को उनके पैतृक गांव शेंडग़ांव (अमरावती, महाराष्ट्र) में डेबूजी यूथ ब्रिगेड, अमरावती द्वारा गाडगे जयंती का भव्य आयोजन किया गया जिसमें शामिल होने का अवसर हमें भी मिला। विदित हो कि गाडगे बाबा के पैतृक गांव में पहली बार 23 फरवरी को जयंती मनाई गई। हर वर्ष शिवरात्रि के अवसर पर ही गांव के लोगों के द्वारा आयोजन (क्योंकि गाडगे बाबा का जन्म 23 फरवरी, 1876 को शिवरात्रि के दिन हुआ था इसलिए गांव वाले शिवरात्रि को ही जयंती समारोह का आयोजन करते आ रहे हैं) किया जाता है।
जयंती समारोह में महाराष्ट्र के वर्तमान पालक मंत्री मा. बच्चुकडू जी और स्थानीय विधायक मा. वानखेड़े जी ने भी शिरकत किया। पालक मंत्री जी ने यह आस्वाशन दिया कि गाडगे बाबा के स्मारक से संबंधित रुके हुए समस्त कार्य यथाशीघ्र शुरू कराए जाएंगे, इसके लिए जल्द ही वे मुख्यमंत्री के साथ बात-चीत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आज मैं जो कुछ भी संत गाडगे महाराज के बताए गए मार्गों पर चलने के कारण हूं और आजीवन इसी राह पर चलने का प्रयास करूंगा क्योंकि बाबा ने जाति, धर्म और क्षेत्रवाद की सीमाओं से ऊपर उठकर सकल वंचित समाज के लिए उल्लेखनीय कार्य किया।
जयंती समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों ने हिस्सा लिया।
डेबूजी यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष राहुल वरणकर जी सहित तमाम वक्ताओं ने अपनी-अपनी बात रखी। कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। डेबूजी यूथ ब्रिगेड ने अतिथियों, वक्ताओं और अपने कार्यकर्ताओं को *विठ्ठल भिकाजी वाघ* द्वारा लिखित पुस्तक *डेबूजी* देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में डेबूजी यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष जी ने *WOrD* समूह के साथी नरेन्द्र दिवाकर जी को भी उपरोक्त पुस्तक देकर सम्मानित किया। नरेन्द्र दिवाकर और ममता दिवाकर के द्वारा WOrD की तरफ डेबूजी यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष राहुल वरणकर और साथी नीलकांत जी को भी *कांचा आइलैया* द्वारा लिखित पुस्तक *हिंदुत्व मुक्त भारत* देकर सम्मानित किया गया। अतिथियों और वक्ताओं को डेबूजी यूथ ब्रिगेड द्वारा बुके की जगह बुक देकर सम्मानित करने का कार्य अपने आप में अनूठा था ऐसा कर उन्होंने एक नई परिपाटी को आगे बढ़ाया है जो कि एक नए बदलाव का अहसास कराता है। WOrD समूह के साथी *ममता दिवाकर* और *नरेन्द्र दिवाकर* ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभी साथियों ने शेंडग़ांव में गाडगे बाबा की स्मारक (जहां पर गाडगे बाबा के मृत शरीर को गांव वालों के दर्शनार्थ रखा गया था, वहां और गांव के बाहर भूलेश्वरी नदी के पास निर्माणाधीन स्मारक दोनों) और उनके जन्मस्थान (जिस घर में उनका जन्म हुआ था) का भी अवलोकन किया तथा उनके पौत्र श्री *हरिनारायणराव जनोरकर* और प्रपौत्र *आमोल पांडुरंगजी जनोरकर* जी से भी मिलकर जानकारी एकत्र भेंट-मुलाकात किया गया।
WOrD की तरफ से नीलकांत जी, नरेन्द्र दिवाकर, ममता दिवाकर, विजय कन्नौजिया, राजेश दिवाकर, नम्रता दिवाकर, ममता दिवाकर, प्रेरित बाथरी, विजय कनौजिया, वैभव पिम्पलकर, तेजस दिवाकर, श्रेयस दिवाकर अमरावती से श्री विजय सावरकर जी, समीर सावरकर और वर्धा से दिलीप भोवरे, नितिन चतुरकर, राहुल पाटनकर, बादल माहुरकर, शिवानी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। वहां से लौटते समय WOrD के समूह के साथियों ने पेढ़ी नदी (इसी नदी के पुल पर से गुजरते समय गाडगे बाबा की मृत्यु हुई थी) के पास स्थित गाडगे बाबा रिसर्च सेंटर और अमरावती स्थित उनकी समाधि स्थल पर भी गए और गाडगे बाबा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम के दौरान वहां के स्थानीय विधायक मा. वानखेड़े जी से भी मुलाकात हुई उन्होंने यह कहा कि अब से आने वाली हर 23 फरवरी को व्यापक तौर पर गाडगे महाराज जी की जयंती का आयोजन किया जाएगा।
यह हमारा सौभाग्य ही था कि WOrD के साथियों को ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला इसके लिए राहुल वरणकर जी, डेबूजी यूथ ब्रिगेड और उनकी पूरी टीम को निष्काम कर्मयोगी संत गाडगे महाराज जी की 144वीं जयंती के सफल और शानदार आयोजन के लिए बहुत-बहुत साधुवाद?????।
*नरेन्द्र दिवाकर*
मो. 9839675023